केवल 12 इंच का रावण, लेकिन दूर-दूर से देखने आते हैं लोग, आखिर क्या है खासियत? पढ़िए…

सक्ती : पूरे देश में दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है, इसी तरह सक्ती जिले में भी दशहरा पर्व पर अलग रंग देखने को मिला है. सक्ती के अमित तम्बोली ने बैटरी चलित 12 इंच का अनोखा रावण बनाया है, जो स्केटिंग कर रहा है और रावण के 3 सिर बनाया गया है. जिसे देखने सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं और उनकी प्रशंसा कर रहे हैं. यह रावण 12 इंच का है और अलग-अलग तरह से करतब करता है. सबसे खासकर इसे देखकर बच्चों के चेहरे खिल जा रहे हैं. यहां महादेव और 12 इंच के रावण के बीच संवाद होता है, जिसमें महादेव की तपस्या करते है और शंकर भगवान प्रसन्न होकर वरदान देते हैं और वो वरदान है चकरी चरण पादुका (स्केट बोर्ड) जिसे पाकर रावण प्रसन्न है और उस चकरी चरण पादुका को पहन कर चारो तरफ घूम रहा है. महादेव पार्वती माता के साथ चाँद पर सवार है, बादलों के बीच संवाद भी हो रहा है. अमित तम्बोली पिछले 15 सालों से अलग-अलग तरह से बैटरी चलित रावण बनाते हैं, जिसके चलते जिले में उनकी पहचान हुनरबाज के रूप में बन गई है.
हुनरबाज अमित तम्बोली ने बताया कि पिछेल 35 बरसों से 12 इंच का रावण बनाने का काम करते आ रहे हैं, लेकिन बदलते वक्त की वजह से पिछले 15 बरसों से बैटरी चलित रावण बना रहे हैं. अनोखे रावण को बनाने में उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन इसे देखकर लोग गदगद हो जाते हैं. जिससे उन्हें खुशी मिलती है. रावण को देखने सुबह से रात तक लोग पहुंचते हैं और बच्चे तो केवल रावण के करतबों को देखकर आश्चर्यचकित हो जा रहे हैं.
इधर, रावण देखने पहुंचे लोगों ने बताया कि यह प्रयास अनोखा है और काफी सराहनी है, बच्चों में उत्साह रहता है और लोग परिवार के साथ देखने पहुंचते हैं. सबसे खास बात यह भी है कि महादेव और 12 इंच के अनोखे रावण के बीच संवाद हो रहा है, इस तहत लोग आकर्षित होकर इस छोटे से रावण को देखने पहुंचते हैं.
आपको बता दें कि अमित तम्बोली के द्वारा हर साल अलग-अलग तरह से रावण बनाने का काम रहे है. सबसे खास बात यह भी है कि अमित तम्बोली रावण के अलावा 3 फिर का गणेश पंडाल सहित अन्य कलाकारी करते आ रहे है, जिसके चलते जिले में उन्हें हुनरबाज के नाम से जाना जाता है. गणेश पंडाल भी रावण की तरह अनोखा ही रहता है.
