अंधेरा कायम रहे : उजाले में हैं जांजगीर और चाम्पा नगर सरकार, अंधेरे में दोनों ओवरब्रिज, रात का अंधेरा और गड्ढे लोगों के लिए बने आफत, क्या जिम्मेदारों को है बड़ी घटना का इंतजार, पढ़िए अधिकारी ने क्या कुछ कहा?

जांजगीर-चाम्पा – अंधेरा कायम रहे, आपने ये शब्द सुना ही होगा. लेकिन यहीं अंधेरा अगर लोगों की जान पर बन आये तो कैसा होगा. जी हां ये 2 तस्वीर जांजगीर और चाम्पा ब्रिज की है. जहां रात के वक्त अंधेरा छाया रहता है, ऐसा भी नहीं है कि ब्रिज में लाइट नहीं लगी है, लाइट लगी है, बाउजूद इसके ब्रिज से गुजरने वाले लोगों को अंधेरा का सामना करना पड़ रहा है और जिम्मेदार मुखदर्शक बने बैठे हैं, वहीं अधिकारी लाइट के उजाले में पंखे की हवा ले रहे हैं. उन्हें इस गंभीर समस्या से कोई सरोकार नहीं है!. जब कि अंधेरे की वजह से लोग चोटिल हो रहे हैं और ओ दिन दूर नहीं जब किसी की जान पर बन आये. क्यों रात के अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं देता, सामने से आ रही गाड़ियों की लाइट की वजह से कुछ दिखाई नहीं देता. ऐसे में लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. लेकिन विडंबना यह है कि किसी को इससे कोई मतलब नहीं है और वक्त निकल कर कोई इसपर पहल करने तैयार नहीं हैं. सबसे खतरनाक तो चाम्पा ब्रिज है क्यों कि बिर्रा से कोरबा और चाम्पा से जांजगीर मार्ग जाने का जंक्शन बना हुआ है, ऐसे में तीनों तरफ से गाड़ियां आ रही है और जा रही है.
जब News House 36 ने जांजगीर-नैला नगर पालिका के CMO से बात की तो उन्होंने कहा कि PWD ने नगर पालिका को हैंडओवर नहीं किया है और बिजली बिल बकाया होने की वजह से विद्युत विभाग ने लाइट का कनेक्शन काट दिया है.
आपको बता दें कि PWD की लापरवाही का खामयाजा ब्रिज से गुजरने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है. लेकिन सवाल अब भी यही है कि किसी की जान जाने के बाद ही क्या सिस्टम जागेगा. अब देखने वाली बात होगी कि आखिर कब तक लाइट का कनेक्शन जोड़ा जाता है और लोगों को लाइट की सुविधा कब तक मिल पाता है.