Home
🔍
Search
Add
E-Magazine
व्यापार

रूस नहीं अमेरिका से तेल खरीद बढ़ा रहा भारत, ट्रंप टैरिफ के बीच विदेश मंत्री ने दी सफाई

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि भारत अमेरिका से लगातार कच्चे तेल की खरीद को बढ़ा रहा है। साथ ही, बताया कि हम रूस के सबसे बड़े क्रूड ऑयल खरीदार नहीं हैं। जयशंकर की ओर से यह बयान ऐसे समय पर दिया गया है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय निर्यात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ 27 अगस्त से लगाने का ऐलान किया गया है।

मीडिया से बातचीत करते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार नहीं है, बल्कि वह चीन है। हम रूसी एलएनजी के सबसे बड़े खरीदार नहीं हैं, बल्कि वह यूरोपियन यूनियन है। हम वह देश नहीं हैं, जिसका 2022 के बाद रूस के साथ व्यापार में सबसे बड़ा उछाल आया। मुझे लगता है कि ऐसे कुछ देश दक्षिण में हैं।

विदेश मंत्री ने आगे कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जहां अमेरिकी पिछले कुछ वर्षों से कह रहे हैं कि हमें विश्व ऊर्जा बाजार को स्थिर करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए, जिसमें रूस से तेल खरीदना भी शामिल है। संयोग से, हम अमेरिका से भी तेल खरीदते हैं और यह मात्रा बढ़ी है। एस जयशंकर ने आगे कहा कि यह केवल तेल का मामला नहीं है, बल्कि भारत और रूस परमाणु ऊर्जा, बेहतर बाजार पहुंच, उर्वरक और श्रम गतिशीलता की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से जून तक अमेरिका से भारत के तेल और गैस आयात में 51 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। अमेरिका से भारत का एलएनजी आयात भी वित्तीय वर्ष 2024-25 में लगभग दोगुना होकर 2.46 अरब डॉलर हो गया, जो 2023-24 में 1.41 अरब डॉलर था। भारत ने अमेरिका से तेल की खरीद बढ़ा दी है, देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने अक्टूबर में डिलीवरी के लिए अगस्त में लगभग 20 लाख बैरल तेल का ऑर्डर दिया है। केप्लर के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने क्षेत्र में भू-राजनीतिक तनाव के कारण इराक से तेल की खरीद की भरपाई के लिए जून और जुलाई में दिए गए ऑर्डर के मुकाबले अगस्त में प्रतिदिन 20 लाख बैरल रूसी तेल खरीदा।

इस बीच, भारत में रूसी संघ के उप राजदूत रोमन बाबुश्किन ने बुधवार को फिर से पुष्टि की कि वैश्विक प्रतिबंधों और व्यापारिक दबावों के बावजूद भारत को कच्चे तेल का निर्यात स्थिर रहेगा। उप राजदूत ने कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग सात गुना बढ़ा है, रूस भारत को सालाना लगभग 25 करोड़ टन तेल की आपूर्ति करता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *